नमस्कार मित्रो आज हम आपको HIV Full Form in Hindi के बारे में बताने वाले है कई लोगो को HIV के बारे में अधिक जानकारी नही होती की आखिर यह HIV होता क्या है और इसका पूरा नाम क्या होता है तो इस आर्टिकल में हम आपको HIV से जुडी बेहद ही खास जानकारी बताने वाले है जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है.
हाल में हर एक व्यक्ति को HIV के बारे में पता होना बेहद ही जरुरी है क्युकी इस तरह की जानकारी आपके जीवन में बहुत ही उपयोगी साबित होती है अगर आपको HIV क्या होता है एवं इसका पूरा नाम क्या होता है इसके के बारे में पता नही है तो आप HIV Full Form in Hindi आर्टिकल को ध्यान से पढ़े ताकि आपको इससे जुडी पूरी जानकारी प्राप्त हो सके.
- UPSC Full Form in Hindi? यूपीएसी क्या है एवं इसमें नौकरी कैसे प्राप्त करें
- AM PM Full Form in Hindi? AM PM क्या होता है एवं इसका पूरा नाम क्या है
- CDS Full Form in Hindi? सीडीएस किसे कहते है एवं सीडीएस कैसे बने
- EWS Full Form in Hindi? EWS क्या है एवं इसका पूरा नाम क्या है
- Mobile Me Biodata Kaise Banaye? प्रोफेशनल बायोडाटा सिर्फ 5 मिनिट में
HIV Full Form in Hindi
HIV एक प्रकार का वायरस होता है जिसके कारण एड्स जैसी जानलेवा बिमारी का जन्म होता है एवं यह एक ऐसी बीमारी है जिसका पूरी दुनिया में अभी तक कोई इलाज नहीं बन पाया है इसके बारे में विस्तृत रूप से जानने से पहले हम इसके पुरे नाम के बारे में बता रहे है जो निम्न प्रकार से है.
- HIV Full Form in English – Human Immunodeficiency Virus
- HIV Full Form in Hindi – ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस
यह एक ऐसा वायरस होता है जो सीधा व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली के ऊपर हमला करता है और उसे कमजोर कर देता है जिसके कारण हम कई प्रकार की अलग अलग बीमारियों की चपेट में आ साकते है एवं यह यह एक ऐसा रोग है जो कई अलग अलग तरीको से एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में फ़ैल सकता है.
HIV क्या होता है
HIV एक वायरस होता है जिसके कारण एड्स रोग फैलता है एवं यह वायरस व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्राणाली पर हमला करता है और जब तक व्यक्ति की मौत न हो जाये तब तक यह वायरस प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता रहता है जब यह वायरस एड्स में बदल जाता है तो इसके बाद उस रोगी व्यक्ति का बचना नामुमकिन होता है क्युकी इस रोग का पूरी दुनिया में कोई इलाज नहीं बना है.
हालाकि HIV पहला स्टेज माना जाता है इसलिए समय पर इलाज किया जाये तो इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर समय रहते इसका पर्याप्त इलाज न किया जाये तो बादमे इसके कारण एड्स हो सकता है एवं एड्स होने के बाद कुछ ही वर्षो में उस रोगी व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है इसलिए इस रोग से बचाव ही इसका उपचार माना जाता है.
HIV के लक्षण
किसी भी व्यक्ति को HIV होने पर उसमे कई तरह के लक्षण देखने के लिए मिल सकते है जिससे इस रोग की पहचान की जा सकती है ऐसे में हम आपको इसके कुछ मुख्य लक्षण बता रहे है जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए यह लक्षण निम्न प्रकार से है.
- बार बार बुखार आना
- ग्रंथि में सुजन आना
- गले में खराश रहना
- ज्यादा पसीना आना
- मांसपेशियों में दर्द होना
- वजन घटना
- दस्त लगना
- ज्यादा थकान महसूस होना
- ज्यादा सरदर्द महसूस होना
- शरीर पर रशेस होना
- मुंह में छाले होना
निम्न प्रकार के लक्षण HIV में देखने के लिए मिल सकते है अगर किसी भी व्यक्ति को HIV की समस्या है तो उसमे इस तरह के लक्षण देखने के लिए मिल जाते है.
HIV कैसे फैलता है
HIV कई अलग अलग तरीको से फ़ैल सकता है एवं हर एक व्यक्ति को इसके बारे में विशेष रूप से पता होना चाहिए की आखिर HIV किस प्रकार से फैलता है तो हम आपको इसके कुछ मुख्य कारण बता रहे है जिसके कारण HIV फ़ैल सकता है यह कारण निम्न प्रकार से है.
असुरक्षित यौन सम्बन्ध – अक्सर ज्यादातर लोगो को असुरक्षित यौन सम्बन्ध के कारण HIV होता है ऐसे में हर व्यक्ति को असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए एवं आप यौन सम्बन्ध बनाते वक्त कंडोम का इस्तमाल करके काफी हद तक HIV से खुद का बचाव कर सकते है.
उपयोग में ली गयी सुइयों से – अगर किसी भी सुई या ब्लेड का इस्तमाल HIV पीड़ित व्यक्ति के द्वारा किया जाता है उसी सुई या ब्लेड का इस्तमाल कोई स्वास्थ्य व्यक्ति करे तो वो भी HIV से ग्रसित हो सकता है ऐसे में किसी भी इस्तमाल की गयी सुई या ब्लेड का इस्तमाल करने से बचना चाहिए इससे आप HIV जैसी बीमारी से खुद का बचाव कर सकते है.
गर्भावस्था या स्तनपान के द्वारा – अगर किसी महिला को HIV है और वो महिला गर्भवती है तो उसकी संतान को HIV होने का खतरा बना रहता है एवं अगर कोई महिला HIV से ग्रसित है और वो शिशु को स्तनपान करवाती है तो इसके कारण भी शिशु को HIV हो सकता है.
असुरक्षित रक्त दान से – अगर कोई HIV पीड़ित व्यक्ति किसी स्वास्थ्य व्यक्ति को रक्त दान करता है तो इसके कारण स्वास्थ्य व्यक्ति HIV से ग्रसित हो सकता है इसलिए किसी भी व्यक्ति का रक्तदान करने से पहले इसकी पूरी जाँच की जाती है एवं जब व्यक्ति पूर्ण रूप से स्वास्थ्य हो तभी वो रक्तदान कर सकता है.
HIV से बचाव के तरीके
HIV से बचने के कई अलग अलग तरीके होते है जिन्हें अपनाकर आप HIV जैसी गंभीर बीमारी से खुद का बचाव कर सकते है एवं ध्यान रखे की यह एक ऐसी बीमारी होती है जिससे बचाव ही इसका इलाज होता है एवं अगर एक बार कोई व्यक्ति इस बिमारी से ग्रसित हो जाता है तो इसके बाद उस व्यक्ति का रिकवर होना काफी ज्यादा मुश्किल होता है ऐसे में आप चाहे तो HIV से बचने के लिए इन तरीको को अपना सकते है.
- यौन संबंध बनाते वक्त आपको कंडोम का इस्तमाल करना चाहिए.
- दवाओं का उपयोग करते समय कभी भी सुई साझा न करें
- दुसरे व्यक्ति के द्वारा इस्तमाल की गयी सुई का उपयोग करने से बचे
- दुसरे व्यक्ति के द्वारा इस्तमाल की गयी ब्लेड का इस्तमाल करने से बचना चाहिए
- असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने से बचे
- HIV के बचाव के लिए डॉक्टर से संपर्क करें
आप निम्न तरीके अपनाकर HIV की समस्या से खुद का बचाव कर सकते है एवं ध्यान रखे की यह बीमारी मुख्य रूप से असुरक्षित यौन सम्बन्ध और दुसरे व्यक्ति के द्वारा इस्तमाल की गयी सुई या ब्लेड का उपयोग करने से फैलाती है.
HIV का इलाज क्या है
HIV से बचाव ही इसका इलाज होता है एवं ध्यान रखे की इस बिमारी का कोई भी इलाज नहीं है एक बार किसी व्यक्ति को HIV हो जाये तो इसके बड़ा उस व्यक्ति का रिकवर होना नामुमकिन सा होता है क्युकी इस बीमारी का कोई भी सटीक इलाज नहीं है जिससे की इस बीमारी को ठीक किया जा सके हालांकि डॉक्टर इस बीमारी से बचने के लिए अलग अलग प्रकार की दवाइयां देते है जिससे व्यक्ति के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है एवं व्यक्ति ज्यादा समय तक जीवित रह सकता है हालांकि इन दवाइयों से केवल व्यक्ति को कुछ वर्ष तक अधिक जीवित रखा जा सकता है लेकिन HIV का पूरी तरह से इलाज नही किया जा सकता.
एड्स क्या होता है
एड्स HIV का अंतिम चरण होता है जब HIV के कारण व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से कमजोर हो जाती है तो उस वक्त HIV एड्स के रूप में परिवर्तित होने लग जाता है एवं HIV का एड्स के रूप में परिवर्तन होने के बाद उस व्यक्ति का ठीक होना नामुमकिन होता है इसमें केवल दवाइयों के द्वारा व्यक्ति की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढाया जा सकता है ताकि व्यक्ति ज्यादा समय तक खुद को स्वास्थ्य रख सके हालांकि यह जरुरी नहीं है की जिस व्यक्ति को HIV हो उसे एड्स भी हो लेकिन जिस व्यक्ति को एड्स होता है उसे HIV जरुर अवश्य होता है.
- PHD Full Form in Hindi? PHD क्या होता है एवं PHD कैसे करें
- KYC Full Form In Hindi? KYC किसे कहते है एवं केवाईसी कैसे करें
- CPT Full Form in Hindi? CPT क्या होता है एवं CPT कैसे करें
- MBBS Full Form in Hindi? MBBS क्या होता है एवं MBBS कैसे करें
- SSC Full Form in Hindi? SSC क्या होता है और SSC में नौकरी कैसे पाए?
इस आर्टिकल में हमने आपको HIV Full Form in Hindi के बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है आपको HIV के बारे में बताई गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरुर करें और इससे जुडा किसी भी प्रकार का सवाल पूछना चाहे तो आप हमे कमेंट आदि के माध्यम से भी बता सकते है.